Multibagger Stock: 25 पैसे का एक शेयर बना 727 रुपये, कम समय में निवेशको को बनाया करोड़पति, मल्टीबैगर स्टॉक की खास बात होती है कि कम पैसों के निवेश पर ही इतना हाई रिटर्न मिल जाता है कि जितना कहीं और मिलना नामुमकिन रहता है। फार्मा सेक्टर की ऐसी ही एक दिग्गज कंपनी के स्टॉक ने महज साढ़े तीन हजार रुपये के निवेश पर ही निवेशकों को करोड़पति बना दिया CAPLIN POINT LAB के शेयर 21 फरवरी 2003 को महज 25 पैसे के भाव में मिल रहे थे। अब यह 2907 गुना ऊपर 726.85 रुपये के भाव पर है।
Multibagger Stock कम निवेश में मिलता है हाई रिटर्न (Multibagger Stock gets high returns in low investment)

मल्टीबैगर स्टॉक की खास बात होती है कि कम पैसों के निवेश पर ही इतना हाई रिटर्न मिल जाता है कि जितना कहीं और मिलना नामुमकिन रहता है। फार्मा सेक्टर की ऐसी ही एक दिग्गज कंपनी के स्टॉक ने महज साढ़े तीन हजार रुपये के निवेश पर ही निवेशकों को करोड़पति बना दिया। अविश्वसनीय ? कैपलिन प्वाइंट लैब (Caplin Point Lab) के शेयरों ने ऐसा ही हैरत अंगेज रिटर्न निवेशकों को दिया है। 20 साल से भी कम समय में साढ़े तीन हजार रुपये के निवेश पर निवेशक करोड़पति बन गए। पिछले कुछ समय से इसमें बिकवाली का दबाव है लेकिन लॉन्ग टर्म में इसने झोली भरी है। बीएसई पर इसके शेयर शुक्रवार 16 दिसंबर को 726.85 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
Capelin Point ने दिया निवेशको को बेतहाशा रिटर्न (Capelin Point gave wild returns to the investors)

कैपलिन प्वाइंट सेब के शेयर 21 फरवरी 2003 को महज 25 पैसे के भाव में मिल रहे थे। अब यह 2907 गुना ऊपर 726.85 रुपये के भाव पर है। इसका मतलब हुआ कि उस समय इसमें लगाए हुए महज 3500 रुपये इस समय 1.02 करोड़ रुपये की पूंजी बन चुके हैं। इस साल 6 जनवरी को यह 888.45 रुपये के एक साल के रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर था। हालांकि उसके बाद इसमें बिकवाली का दबाव दिखा और यह 11 मई 2022 तक 30 फीसदी टूटकर 626.30 रुपये के भाव पर फिसल गया। इसके बाद फिर खरीदारी का रुझान लौटा और अब तक यह 31 फीसदी रिकवर हो चुका है।
कंपनी के बारे में और भी ज्यादा डिटेल्स (More details about the company)
केपलिन प्वाइंट की वेबसाइट पर दी गई डिटेल्स के मुताबिक यह फुल्ली इंटीग्रेटेड फार्मा कंपनी है जिसकी लैटिन अमेरिका, फ्रांसीसी भाषाई इलाके वाले अफ्रीकी देशों में दबदबा है। इसके अलावा यह रेगुलेटेड मार्केट जैसे कि अमेरिका और यूरोपीय संघ में भी तेजी से पांव पसार रही है। यह कंपनी ओएंटमेंट्स, क्रीम इत्यादि । बनाती है। इसका कारोबार वर्ष 1990 में शुरू हुआ था और यह घरेलू मार्केट में 1994 में लिस्ट हुई थी। इसका आईपीओ 117 गुना सब्सक्राइब हुआ था और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल पोडिचेरी में प्लांट बनाने में किया गया था। इसके बाद से कंपनी ने अपने प्रोडक्ट रेज और उत्पादन की क्षमता में लगातार विस्तार किया है। यह अपनी सालाना कमाई का कुछ हिस्सा आरएंडडी पर भी खर्च करती है।