Adani completes acquisition of Ambuja and ACC: एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी ने सीमेंट कंपनी अंबुजा और एसीसी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। गौतम अडानी के बड़े बेटे करण अडानी सीमेंट कारोबार की कमान संभालेंगे। अडानी ग्रुप ने अंबुजा और एसीसी सीमेंट का यह अधिग्रहण 6.5 अरब डॉलर यानी 51.79 हजार करोड़ रुपये में किया है।
ACC के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बने करण
इस अधिग्रहण के साथ अदाणी समूह देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता बन गया है। सीमेंट उत्पादन के मामले में आदित्य बिड़ला समूह का अल्ट्राटेक सीमेंट पहले नंबर पर है। सूत्रों के मुताबिक, गौतम अडानी अंबुजा सीमेंट के चेयरमैन बन गए हैं। वहीं, करण अडानी को इसका गैर-कार्यकारी निदेशक बनाया गया है। इसके अलावा करण को एसीसी का अध्यक्ष और गैर-कार्यकारी निदेशक भी नियुक्त किया गया है। बता दें कि करण फिलहाल अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) के सीईओ हैं। अडानी ग्रुप की यह डील भारत के इंफ्रा और मैटेरियल्स स्पेस में सबसे बड़ा अधिग्रहण है।

ACC के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बने करण
होलसिम कंपनी का था ACC-अंबुजा पर मालिकाना हक
एसीसी यानी एसोसिएटेड सीमेंट कंपनी और अंबुजा का स्वामित्व होल्सिम कंपनी के पास था। यह स्विट्जरलैंड की बिल्डिंग मैटेरियल्स कंपनी है। एसीसी की शुरुआत 1 अगस्त 1936 को मुंबई से हुई थी। उस समय कई समूहों ने मिलकर इसकी नींव रखी थी। अंबुजा सीमेंट की स्थापना 1983 में नरोत्तम सेखसरिया और सुरेश नेवतिया ने की थी।
17 साल का कारोबार समेटेगी होलसिम
होल्सिम कंपनी ने भारत में 17 साल पहले कारोबार शुरू किया था। इसे दुनिया की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी माना जाता था। इस डील के बाद अब कंपनी भारत से अपना कारोबार समेटेगी। होल्सिम ग्रुप की देश की दो सीमेंट कंपनियों अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड में हिस्सेदारी थी। होल्सिम की अंबुजा सीमेंट्स में होल्डरइंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के माध्यम से 63.19% हिस्सेदारी थी और एसीसी में 54.53% (जिसमें से 50.05% अंबुजा सीमेंट्स के माध्यम से थी)। अदाणी समूह ने अंबुजा सीमेंट और एसीसी में होलसिम की पूरी हिस्सेदारी खरीदी है।
विनियामक अनुमोदन के बाद पूरी हुई डील
नियामकीय मंजूरी के बाद सौदा पूरा हो गया है। अंबुजा सीमेंट का ओपन ऑफर प्राइस 385 रुपये प्रति शेयर और एसीसी के लिए 2,300 रुपये प्रति शेयर था। अंबुजा सीमेंट, एसीसी में होल्सिम की हिस्सेदारी और खुली पेशकश पर विचार 6.5 अरब डॉलर का था।
उत्कृष्ट मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर
अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी के पास वर्तमान में 70 एमटीपीए (एनम प्रति मिलियन टन) की संयुक्त स्थापित उत्पादन क्षमता है। दोनों कंपनियां उत्कृष्ट विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखला बुनियादी ढांचे के साथ भारत में सबसे मजबूत ब्रांडों में से हैं। उनके पास 23 सीमेंट प्लांट, 14 ग्राइंडिंग स्टेशन, 80 रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट और पूरे भारत में 50,000 से अधिक चैनल पार्टनर हैं। वहीं, आदित्य बिड़ला ग्रुप की अल्ट्रा टेक सीमेंट देश की सबसे बड़ी कंपनी है। इसकी वार्षिक क्षमता 119 मिलियन मीट्रिक टन है।
कारोबार में विविधता ला रहा अडाणी ग्रुप
1988 में कमोडिटी ट्रेडिंग फर्म के रूप में शुरू हुआ, अदानी समूह बंदरगाह व्यवसाय में प्रवेश करने के बाद राष्ट्रीय मानचित्र पर आया। इन वर्षों में, समूह ने हरित ऊर्जा, मीडिया, तेल और गैस, खनन, हवाई अड्डे के संचालन, निर्माण, खाद्य प्रसंस्करण में प्रगति की है। अदाणी समूह ने पिछले साल अदानी सीमेंट इंडस्ट्रीज के नाम से सीमेंट क्षेत्र में कदम रखा था। इस सौदे के बाद अदाणी समूह भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता बन गया है।