Ankita Death Case: अंकिता हत्याकांड की जांच से DSP नूर मुस्तफा को हटाया गया, भाजपा ने जताई थी आपत्ति
झारखंड के दुमका में एक युवती को जिंदा जलाए जाने के बाद से दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है। एकतरफा प्यार में असफल युवक शाहरूख ने एक कक्षा 12 में पढ़ रही छात्रा अंकिता के ऊपर पेट्रोल डाल कर उसे जिंदा जला दिया
झारखंड के दुमका शहर में हुए अंकिता हत्याकांड को लेकर जिस एसडीपीओ के नाम पर बवाल मचा था अब उसे इस मामले की जांच से हटा दिया गया है। SDPO नूर मुस्तफा को हटाने की मांग परिवार वालों के साथ भाजपा नेताओं ने भी की थी। पूर्व सीएम और भाजपा नेता रघुवर दास ने भी डीएसपी नूर मुस्तफा पर PFI से मिली भगत का आरोप लगाया है। वहीं अब इस मामले की जांच निरीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी करेंगे, जिसकी निगरानी एसपी स्तर के अधिकारी करेंगे। नूर मुस्तफा के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
झारखंड के पूर्व सीएम ने नूर मुस्तफा को कम्यूनल बताया
वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कुछ दस्तावेज साझा करते हुए कहा है कि अंकिता हत्या कांड में अभियुक्त शाहरुख को बचाने के प्रयास में लगे SDPO नूर मुस्तफा के आदिवासी विरोधी एवं कम्यूनल होने का यह एक प्रमाण है।
इस तरह से घटना को दिया था अंजाम
बता दें कि, 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने छात्रा पर पेट्रोल छिड़क कर उसे आग के हवाले कर दिया था। घटना के वक्त वह घर में सो रही थी। यह हमला मंगलवार की सुबह करीब 4.30 बजे हुआ। युवती ने अपने बयान में बताया कि सुबह में आरोपी शाहरुख कमरे की खिड़की के सामने खड़ा था। वह एक ज्वलनशील तरल और एक माचिस के साथ एक कैन पकड़े हुए था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने ज्वलनशील तरल कमरे में फेंक दिया और पर्दे जला दिए। उसने और भी अधिक तरल पदार्थ कमरे के अंदर फेंक दिया ताकि वह बच न सके। नूर मुस्तफा ने कहा वह अंदर बुरी तरह से फंस गई थी। उसे उसके परिवार और पड़ोसियों द्वारा बचाया गया और उसे दुमका मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, जिसने आकलन किया कि वह 95 फीसदी जली हुई है।
सीएम सोरेन बोले- दोषियों को सजा दिलाकर रहेंगे
इस मामले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यह घटना निश्चित तौर पर हृदय विदारक है और कानून अपना काम कर रहा है। हमारा काम रहेगा कि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिले। सोरेन ने कहा, ऐसी घटनाओं की समाज में कोई जगह नहीं है। ऐसी घटनाओं में सजा देने वाले प्रावधानों को और कड़ा करने की जरूरत है।
परिजनों को 10 लाख रुपये की मदद
उन्होंने कहा कि अंकिता बिटिया को भावभीनी श्रद्धांजलि। अंकिता के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि के साथ इस घृणित घटना का फास्ट ट्रैक से निष्पादन हेतु निर्देश दिया है। पुलिस महानिदेशक को भी उक्त मामले में एडीजी रैंक अधिकारी द्वारा अनुसंधान की प्रगति पर शीघ्र रिपोर्ट देने हेतु निर्देश दिया गया है।