Ardha Pincha Mayurasana Benefits: अर्ध पिंचा मयूरासन, जिसे डॉल्फिन पोज के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन में शरीर दानों पर मोर चबाते हुए और दूसरी तरफ गोता लगाते हुए डॉल्फिन मछली जैसा दिखता है, यही वजह है कि इसे अर्ध पिंचा मयूरासन और डॉल्फिन पोज दोनों कहा जाता है। समान नामों से जाना जाता है। इस आसन को करने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं जिनके बारे में आज हम यहां जानने वाले हैं।
अर्ध चुटकी मयूरासन के लाभ (Benefits of Ardha Pinch Mayurasana)
- पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
इस आसन को करने से आंतरिक अंगों की अच्छे से मालिश होती है। जिससे लीवर से लेकर किडनी, तिल्ली सभी ठीक से काम करते हैं। पैरों के मुड़ने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे इससे जुड़ी समस्याएं दूर रहती हैं।
- शरीर में रक्त संचार बढ़ाता है
अर्ध पिंच मयूरासन करते समय सिर को नीचे की ओर और कूल्हों को ऊपर की ओर उठाया जाता है। जिससे रक्त का संचार नीचे से ऊपर की ओर होता है। जो शरीर के लिए बहुत ही हेल्दी होता है।
- पेट की मांसपेशियां होती हैं मजबूत
अर्ध पिंच मयूरासन में बनने वाले शरीर का आकार पेट की मांसपेशियों को प्रभावित करके उन्हें मजबूत बनाता है। यह शरीर में पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत करने के साथ-साथ रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत बनाता है।
- तनाव कम होता है, डिप्रेशन होता है
क्योंकि इस आसन में सिर के नीचे होने से रक्त का संचार सिर की ओर अच्छी तरह से होता है, इसलिए यह मस्तिष्क को भरपूर मात्रा में रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है, जिससे मन शांत रहता है। तनाव, डिप्रेशन की समस्या दूर रहती है। इस आसन के अभ्यास से गर्दन और सर्वाइकल स्पाइन में भी खिंचाव आता है। जो तनाव को दूर करने में काफी मददगार होता है।