Bad Crop हाल ही में हरियाणा में खरीफ फसलों को खरीदने की प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी। हरियाणा के किसान, प्रदेश की 100 से अधिक मंडियों में अपनी खरीफ फसलों को बेच सकेंगे। खरीफ फसलों की खरीद प्रक्रिया के संबंध में होने वाली तैयारियों की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि फसलों की समय से खरीद, स्टोरेज तथा मंडियों में बोरे (गनी बैग्स) की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि खरीद प्रक्रिया के दौरान किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होने पाएं। इसीलिए यह योजना बनाई गई है।

कब किस फसल की होगी खरीद जाने यहाँ
बता दे की हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया की प्रदेश में विपणन वर्ष 2022-23 में खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया 1 अक्तूबर से शुरु हो जाएगी। मूंग की खरीद प्रक्रिया 1 अक्टूबर से 15 नवंबर, मूंगफली की खरीद प्रक्रिया 1 नवंबर से 31 दिसंबर तथा अरहर, उड़द और तिल की खरीद प्रक्रिया 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक होगी। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया की फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने का लाभ वही किसान ले पाएंगे, जिन्होंने मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा लिया हैं व अपनी फसल उपज की जानकारी दर्ज कर दी हैं। हम आप को बता दे की खरीब की फसल की जल्द ही खरीदी शुरू होगी।

कितनी मंडियों में होगी खरीफ फसल की खरीद जाने यहाँ
बात करे तो हरियाणा राज्य की खरीद मंड़िया जैसे हरियाणा राज्य भंडारण निगम और हैफेड के अलावा नाफेड द्वारा भी खरीफ फसलों की खरीद होगी। किसानों को अपनी फसल बेचने में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए पर्याप्त संख्या में मंडियों की व्यवस्था की गई है। प्रदेश की करीब 100 मंडियों में किसान अपनी फसल बेच सकेंगे। खरीफ की प्रमुख फसलों की खरीद प्रक्रिया में किसानों के लिए चरणबद्ध तरीके से अलग-अलग मंड़ियो की व्यवस्था की गई हैं। मूंग की उपज खरीदने के लिए प्रदेश के 16 जिलों में 38 मंडियां, अरहर की उपज खरीदने के लिए 18 जिलों में 22 मंडियां, उड़द की उपज खरीदने के लिए 7 जिलों में 10 मंडियां, मूंगफली की उपज खरीदने के लिए 3 जिलों में 7 मंडियां तथा तिल की उपज खरीदने के लिए 21 जिलों में 27 मंडियां खोली गई हैं। जिसमे अनाज की खरीदी होगी। खरीब की फसल खरीदी जाएगी।

तारीख जाने से पहले करा लें “मेरी फसल-मेरा ब्योरा” में रजिस्ट्रेशन
आप को बता दे की सरकार द्वारा तय की गई मंड़ियो में उन्हीं किसानों से फसल की खरीद की जाएंगी, जिन्होने अपना रजिस्ट्रेशन मेरी फसल-मेरा ब्योरा पर करा लिया हैं। अगर आप भी अपनी फसल इन मंड़ियों में अपनी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचना चाहते हैं तो उसके लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। अगर आप भी उन किसानों में शामिल हैं जो किसी कारणवश फसलों का रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए हैं, तो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 22 से 24 सितंबर के बीच आवेदन करके अपनी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेंच सकते हैं। ध्यान रहें, मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल रजिस्ट्रेशन कराने की आखिरी तारीख़ 24 सितंबर हैं। तब तक खरीब की फसल की खरीद की जाएगी।

जाने क्या है खरीफ की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य
आप की जानकारी के लिए बता दे की केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जाते हैं। केंद्र सरकार ने इस विपणन वर्ष 2022-23 की खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पहले ही घोषित कर दिए हैं। सरकार ने मूंग की फसल के लिए 7755 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द की फसल के लिए 6600 रुपये प्रति क्विंटल, मूंगफली की फसल के लिए 5850 रुपये प्रति क्विंटल, अरहर की फसल के लिए 6600 रुपये प्रति क्विंटल, तिल की फसल के लिए 7830 रुपये प्रति क्विंटल का दाम तय किया हैं। वहीं खरीफ की प्रमुख फसल धान पर 2040 रुपये प्रति क्विंटल, बाजरा की फसल पर 2350 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का की फसल पर 1962 रुपये प्रति क्विंटल, सूरजमुखी बीज़ पर 6400 रुपये प्रति क्विंटल तक का दाम तय किया गया हैं। जिसके अंदर ही खरीब की फसलों की खरीद होगी।