Sunday, March 26, 2023
Homeमध्यप्रदेशअखबार पर पोहा-समोसा परोसने पर भोपाल में लगाई रोक, खाद्य सामग्री बेचने...

अखबार पर पोहा-समोसा परोसने पर भोपाल में लगाई रोक, खाद्य सामग्री बेचने वाले सभी दुकानदारों से लिया जायगा शपथपत्र

Newspaper: अखबार पर पोहा-समोसा परोसने पर भोपाल में लगाई रोक, भोपाल की अधिकांश दुकानों में नाश्ता अखबार पर ही परोसा जाता है, लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए कलेक्टर ने प्रतिबंध लगाया अखबार की स्याही से लीवर पर बुरा असर पड़ता है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बड़ी आबादी है जो अपने दिन की शुरुआत पोहा, जलेबी और समोसे जैसे नाश्ते से करती है। ज्यादातर जगहों पर नाश्ता कागज पर ही परोसा जाता है। लेकिन अब ये स्नैक्स अखबार में नहीं परोसे जाएंगे। भोपाल कलेक्टर ने अखबार में पोहा, समोसा, जलेबी समेत अन्य खाद्य सामग्री परोसने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।

Bhopal 1 780x470 2

अखबार पर पोहा-समोसा परोसने पर भोपाल में लगाई रोक,

इसे कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देश पर “ईट राइट चैलेंज-2” के तहत शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत समाचार पत्र पर समोसा, पोहा आदि खाद्य पदार्थ देना या परोसना बंद करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। होटलों, स्टालों और खाने-पीने की गलियों में पोस्टर और पैम्फलेट लगाए जाएंगे। इस संबंध में खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानदारों से शपथ पत्र लिया जाएगा।

दुकानदारों को यह वचन देना होगा कि वे समाचार पत्र का उपयोग खाद्य पदार्थ बनाने, भंडारण या परोसने के लिए नहीं करेंगे। इस अभियान के तहत छात्रों को छात्रावासों में शिकायत पेटी रख कर निडर होकर शिकायत और प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही छात्रों के खान-पान में सुधार लाने के लिए वर्कशॉप का भी आयोजन किया जाएगा।

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अखबार में छपा खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अखबारों की छपाई में इस्तेमाल की जाने वाली स्याही पेट में चली जाती है जिससे गंभीर बीमारी हो जाती है। स्याही में मौजूद रसायनों के कारण सबसे पहले पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अखबार में लिपटा हुआ तैलीय खाना और भी खतरनाक है। क्योंकि गर्म खाना रखने से यह स्याही चिपक जाती है, जिससे कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है।

RELATED ARTICLES

Most Popular