गरीब युवक ने देसी जुगाड़ से बना डाली 6 सीटर इलेक्ट्रिक साइकिल, मात्र 10 रूपये के खर्च में 150 km की रेंज, जुगाड़ देख आनंद महिंद्रा के उड़े तोते। भारत में कई ऐसे इनोवेटिव लोग हैं, जो कुछ न कुछ जुगाड़ करके नया आविष्कार कर देते हैं. अभी तक आप ऐसी साइकिल देखते आए हैं, जिसमें एक शख्स पैडल से साइकिल को खींचता है और उस पर अधिकतम दो लोगों को बैठा सकता है. हालांकि, एक शख्स ने जुगाड़ से छह लोगों की सिटिंग के साथ इलेक्ट्रिक साइकिल तैयार की है. इस वीडियो को जैसे ही महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने देखा तो हैरान रह गए. उन्होंने इस आविष्कार के बारे में एक वीडियो भी शेयर किया है.
छोटे से गांव के एक गरीब युवक ने बना डाली 6 सीटर इलेक्ट्रिक साइकिल
A poor young man from a small village made a 6 seater electric bicycle

बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने एक इलेक्ट्रिक मल्टी-राइडर पैसेंजर वाहन की एक क्लिप साझा की जो भीड़भाड़ वाली जगहों के लिए शानदार है. छह सीटों वाली साइकिल को भारत के एक युवक द्वारा बनाया गया है. भारत में बने इस वाहन का एक वीडियो शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, ‘सिर्फ छोटे डिजाइन इनपुट के साथ इस डिवाइस को ग्लोबल एप्लिकेशन मिल सकता है. मैं हमेशा गांव के परिवहन आविष्कारों से प्रभावित रहा हूं, जहां आवश्यकता आविष्कार की जननी है.’ इस वीडियो को अब तक 7 लाख लोग देख चुके हैं और 37 हजार से भी ज्यादा लोगों ने लाइक किया है.
देखे वायरल वीडियो
watch viral video
With just small design inputs, (cylindrical sections for the chassis @BosePratap ?) this device could find global application. As a tour ‘bus’ in crowded European tourist centres? I’m always impressed by rural transport innovations, where necessity is the mother of invention. pic.twitter.com/yoibxXa8mx
— anand mahindra (@anandmahindra) December 1, 2022
मात्र 10 रूपये के खर्च पर एक बार चार्ज करने पर देगी 150 किमी की रेंज
It will give a range of 150 km on a single charge at a cost of just Rs 10.

वीडियो में शख्स ने दावा किया कि वाहन की कीमत 10 से 12 हजार रुपये है और एक बार चार्ज करने पर यह 150 किमी तक चल सकता है. उन्होंने यह भी दावा किया कि इलेक्ट्रिक साइकिल को सिर्फ 10 रुपये में चार्ज किया जा सकता है. इस इनोवेशन से इंटरनेट यूजर्स बेहद ही प्रभावित हैं और कुछ ने इसे आने वाले समय में गेम चेंजर बताया. एक यूजर ने लिखा, ‘चिड़ियाघर, पार्क, कॉर्पोरेट कॉम्प्लेक्स जैसी जगहों के लिए यह एक अच्छा आइडिया है, शायद सामान्य ट्रैफिक के लिए फिट नहीं होगा.’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘मैं ऐसे छोटी-मोटी इंजीनियरिंग का प्रशंसक हूं.’ तीसरे यूजर ने लिखा, ‘यह ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए एक अद्भुत आविष्कार है जहां वे पानी के लिए बहुत लंबी यात्रा करती हैं.’