RBI News: RBI की दरों में बढ़त से रियल स्टेट को होंगे नुकसान तो वही बैंक स्टॉक को होगा फायदा ANAROCK Group के अनुज पुरी का कहना है कि आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में आज की गई 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी होम लोन को और महंगा कर देगी
मर्केट एनालिस्ट का कहना है कि आरबीआई द्वारा अपनी बेंचमार्क पॉलिसी दरों को कोविड-पूर्व स्थिति में लाने से बैंक स्टॉक्स फायदे में रह सकते हैं। वहीं रियल एस्टेट शेयरों पर मार पड़ सकती है। गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से इकोनॉमी में रिकवरी और वित्तीय प्रदर्शन के सुधरने से बैंक स्टॉक पहले से ही तेजी में है। इस बीच रियल एस्टेट शेयरों में भी हाल में आई रिकॉर्ड बिक्री के चलते तेजी देखने को मिली है।
Axis Securitie के नवीन कुलकर्णी का कहना है कि जब से आरबीआई ने लिक्विडिटी पर नकेल कसने की कोशिश की है। तब से हमें सिस्टम में लिक्विडिटी घटती हुई दिखी है जबकि बैंकिंग सिस्टम का क्रेडिट ग्रोथ सुधरकर 40 फीसदी पर पहुंच गया है। उन्होंने आगे कहा कि क्रेडिट ग्रोथ में इस बढ़ोतरी को देखते हुए आगे हमें ब्याज दरों में इस बढ़त वाले दौर में ऐसे बैंक फायदे में नजर आएंगे जिनके लोन वितरण में फ्लोटिंग रेट वाले लोन की ज्यादा हिस्सेदारी है और जिनकी CASA आधारित डिपॉजिट फ्रेंचाइजी मजबूत है।
बता दें कि आरबीआई ने आज अपने रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। आरबीआई ने दरों में यह बढ़ोतरी 7 फीसदी के आसपास चल रही महंगाई को नियंत्रित करने के लिए की है। बता दें कि भारत में महंगाई दर लंबे समय में आरबीआई के टॉरलेंस लिमिट के ऊपरी छोर यानी 6 फीसदी से ऊपर चल रही है।
हालांकि आरबीआई का कहना है कि अब महंगाई का दबाव थोड़ा कम हो रहा है लेकिन जियोपॉलिटिकल तनाव ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव और ग्लोबल मंदी की संभावना बड़ी जोखिम बने हुए हैं।
शेयरखान के जयदीप अरोरा का कहना है कि शुरुआती रिएक्शन के बाद बाजार हमें स्थिर होता नजर आएगा। बैंकिंग सेक्टर को लेकर हम पॉजिटिव बने हुए हैं। भारत के मल्टीईयर अपसाइकिल पर हमारा विश्वास कायम है ऐसे में इक्विटी बाजार को लेकर हमारा नजरिया पूरी तरह पॉजिटिव है।
शिशिर बैजल (Shishir Baijal) का कहना है कि आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में अब तक की गई कुल बढ़ोतरी को ध्यान में रखकर बात करें तो इस बढ़ोतरी के चलते संभावित घर खरीदारों की खरीद क्षमता में करीब 11 फीसदी का संकुचन आया है। इसका मतलब यह है कि आरबीआई की तरफ से दरों में बढ़त की शुरुआत से पहले जो लोग 1 करोड़ रुपये का घर खरीद सकते थे आज वह सिर्फ 89 लाख रुपये का घर खरीदने की स्थिति में हैं। अब इस प्रभाव को कम करने की जिम्मेदारी रियल एस्टेट कंपनियों पर आती है। उम्मीद है कि रियल एस्टेट डेवलपर्स होम बायर पर आरबीआई की तरफ से पड़ने वाले इस चोट का असर कम करने के लिए कुछ कदम उठाएंगे।
इसी तरह ANAROCK Group के अनुज पुरी का कहना है कि आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में आज की गई 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी होम लोन को और महंगा कर देगी। उन्होंने आगे कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर पहले से ही सीमेंट, स्टील और लेबर जैसे कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी से जूझ रहा है। ऐसे में ब्याज दरों में बढ़ोतरी इस सेक्टर के लिए दोहरे झटके के तौर पर आई है।