टीम इंडिया को मिल गया है दूसरा सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग से भी विस्फोटक अंदाज में करता है बल्लेबाजी, पर नहीं मिल रहा टीम में मौका। क्रिकेट के मैदान में लगातार एक के बाद एक बड़े-बड़े टूर्नामेंट खेले जा रहे हैं। जहां भारतीय टीम के खिलाड़ी इन टूर्नामेंटों में अपना बेहतरीन प्रदर्शन देकर अपनी जगह को सुरक्षित करने में लगे हुए हैं। लेकिन वहीं दूसरी तरफ कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं। जिन्हें घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका नहीं मिल रहा है।
इस खिलाडी की तुलना वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से की जा चुकी है (This player has been compared to legendary players like Virender Sehwag and Sachin Tendulkar)
आपको एक ऐसे बल्लेबाज के बारे में बताते हैं, यह खिलाड़ी जब भी मैदान पर आता है, तो गेंदबाजों के पसीने छूटने लगते हैं। इस खिलाड़ी के खेल की तुलना वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से भी की जा चुकी है।
आक्रमक और सय्यम बल्लेबाजी करने में माहिर है भारतीय अंडर 19 टीम के कप्तान रह चुके पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw, who was the captain of the Indian Under-19 team, specializes in aggressive and slow batting.)

बात अगर इन दोनों ही दिग्गज खिलाड़ियों के प्रदर्शन की की जाए तो जहां सहवाग आक्रमक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं तो वही तेदुलकर बहुत ही संयम से लंबी पारी खेलने पर विश्वास रखते हैं। एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर पृथ्वी शॉ ने मिले हुए मौके से इस बात को साबित किया है कि इनके अंदर इन दोनों ही की छवि दिखाई देती है।
वीरेंद्र सहवाग से भी ज्यादा विस्फोटक अंदाज में करता है बल्लेबाजी (Bats more explosively than Virender Sehwag)
बात अगर पृथ्वी के घरेलू टूर्नामेंट की करें तो यह खिलाड़ी लगातार अपने बल्ले से आग उगलता हुआ दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान भी इन्होंने जमकर गेंदबाजों को परेशान किया है।

चयनकर्ताओ ने किया नजरअंदाज (Ignored by the selectors)
वहीं सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी उन्होंने विस्फोटक अंदाज से शतक लगाते हुए एक बार फिर से टीम इंडिया का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन चयनकर्ता हर सीरीज के दौरान इस खिलाड़ी को नजरअंदाज कर अन्य खिलाड़ियों पर ध्यान दे रहे हैं। इतना ही नहीं कई मौके पर शानदार प्रदर्शन करने वाले इस खिलाड़ी को लगातार सिलेक्टर्स नजरअंदाज कर रहे हैं, जिसकी वजह से अभी तक टीम इंडिया में ज्यादा मौके नहीं मिल पाए हैं।

पृथ्वी शॉ का अभी तक का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर (International cricket career of Prithvi Shaw so far)
भले ही पृथ्वी ने अभी तक अपने करियर में एक तक एक ही T20 मुकाबला खेला हो। लेकिन दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पांच टेस्ट 6 वनडे मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने एक शतक और दो अर्धशतक के साथ तीन 339 रन तो वहीं वनडे मैच में इस खिलाड़ी ने 1 रन बनाए हैं। लेकिन यह T20 की ओवरऑल करियर में 92 मुकाबले खेलते हुए 150 के तूफानी स्ट्राइक रेट के साथ 2401 रन बना चुके हैं।