Vodafone and Idea: शेयर की कीमत 10 रुपये पर स्थिर होने पर सरकार कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी Vodafone-Idea Limited (VIL) में हिस्सेदारी खरीद लेगी। एक आधिकारिक सूत्र ने यह जानकारी दी है। पीटीआई के मुताबिक, सूत्र ने कहा कि बाजार नियामक सेबी के नियमों के मुताबिक अधिग्रहण उसी कीमत पर किया जाना चाहिए। VIL के शेयर की कीमत 10 रुपये के आसपास स्थिर होने के बाद DoT हिस्सेदारी अधिग्रहण को मंजूरी देगा।
कंपनी पर करीब 16,000 करोड़ रुपये की देनदारी
सरकार को वीआईएल पर करीब 16,000 करोड़ रुपये ब्याज के तौर पर चुकाने हैं। इस देनदारी के एवज में इसके निदेशक मंडल ने सरकार को 10 रुपये प्रति शेयर के बराबर हिस्सेदारी देने की पेशकश की है। इस हिस्सेदारी के अधिग्रहण के बाद वीआईएल में सरकार की हिस्सेदारी करीब 33 फीसदी हो जाएगी जबकि कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 74.99 फीसदी से घटकर 50 फीसदी से कम हो जाएगी।
कंपनियों ने नया निवेश नहीं करने का फैसला किया
वोडाफोन इंडिया के प्रमोटर और चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला हैं। कंपनी में उनकी 27% और यूके की कंपनी Vodafone PLC में 44% हिस्सेदारी है। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप
31200 करोड़ रुपये है। कंपनी की खराब हालत को देखते हुए दोनों प्रमोटरों ने कंपनी में नए सिरे से निवेश नहीं करने का फैसला किया है।
कंपनी पर 1.99 लाख करोड़ का कर्ज
30 सितंबर, 2021 तक VIL पर कुल 1,94,780 करोड़ रुपये का कर्ज था। यह कर्ज अप्रैल-जून तिमाही, 2022 के अंत में बढ़कर 1,99,080 करोड़ रुपये हो गया।
गुरुवार को शेयर 9.68 रुपये पर बंद हुआ
वीआईएल के शेयर 19 अगस्त से 10 रुपये के स्तर से नीचे कारोबार कर रहे हैं। गुरुवार को बीएसई पर इसका शेयर 1.02% की गिरावट के साथ 9.68 रुपये पर बंद हुआ था।
जियो के बाद एक हो गई थी दो कंपनियां
रिलायंस जियो के आने के बाद बिड़ला के आइडिया और वोडाफोन का एक में विलय हो गया। इसके बाद भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को लेकर देश में चार टेलीकॉम कंपनियां प्रमुख रहीं। Vodafone Idea लगातार घाटे में चल रही है और हाल ही में इसके डूबने की चर्चा थी। Vodafone Idea देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर है।